SanatanDharm

Mar 24 2024, 08:39

आज का पंचांग- 24 मार्च 2024:पञ्चाङ्ग के अनुसार जानिए आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष चतुर्दशी - 09:54 ए एम तक

नक्षत्र

पूर्वाफाल्गुनी - 07:34 ए एम तक

योग

गण्ड - 08:34 पी एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:21 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - 5:00 PM

अशुभ काल

राहू - 05:03 पी एम से 06:35 पी एम

यम गण्ड - 12:27 पी एम से 01:59 पी एम

कुलिक - 03:31 पी एम से 05:03 पी एम   

दुर्मुहूर्त - 04:57 पी एम से 05:46 पी एम

वर्ज्यम् - 03:41 पी एम से 05:29 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 12:20 ए एम, मार्च 24 से 02:08 ए एम, मार्च 24

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

सर्वार्थ सिद्धि योग- 07:34 ए एम से 06:19 ए एम, मार्च 25

SanatanDharm

Mar 24 2024, 08:37

आज होलिका दहन,हिंदू धर्म में इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है

प्रस्तुति:- विजय गोप

 होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं।

भारत बर्ष में होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं। घरों में गुझिया और पकवान बनते हैं। लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग-गुलाल लगाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं। 

पूर्णिमा तिथि....

फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।

होलिका दहन का मुहूर्त

24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।

होलिका के अगले दिन होली मनाई जाती है, इसलिए इस साल 25 मार्च को होली है। इस दिन देशभर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी।

होलिका दहन पूजा की विधि

होलिका दहन की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करना जरूरी है।

स्नान के बाद होलिका की पूजा वाले स्थान पर उत्तर या पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।

पूजा करने के लिए गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाएं।

वहीं पूजा की सामग्री के लिए रोली, फूल, फूलों की माला, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल नारियल, 5 से 7 तरह के अनाज और एक लोटे में पानी रख लें।

इसके बाद इन सभी पूजन सामग्री के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा करें। मिठाइयां और फल चढ़ाएं।होलिका की पूजा के साथ ही भगवान नरसिंह की भी विधि-विधान से पूजा करें और फिर होलिका के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें। जय श्री कृष्णा ।

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Mar 23 2024, 08:27

कुंडली में हों ऐसे योग तो संन्यासी बनकर नाम और यश पाएंगे,।


प्रस्तुति:-विजय गोप

गीता में कहा गया है कि मनुष्य अपने पूर्वजन्म के कर्मों से वर्तमान जीवन को पाता है और अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़कर सफलता प्राप्त करता है। कुछ लोग आध्यात्मिक जगत से जुड़कर भी महान और प्रसिद्ध हो जाते हैं ओशो, रामकृष्ण परमहंस, श्री श्री रविशंकर भी ऐसे ही लोगों में से हैं। दरअसल इन सब के पीछे उनकी जन्मपत्री में मौजूद ग्रहों की खास स्थिति होती है जो संन्यास योग बनाकर मनुष्य को आध्यात्मिक जगत में महान और सफल बना देती। 

ज्योतिषशास्त्री ‘सचिन मल्होत्रा’ बताते हैं कि अगर आपकी जन्मपत्री में भी ऐसे योग हैं तो समझ लीजिए आप भी भौतिक जगत से अलग आध्यात्म की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में सफल होंगे।

ओशो और गौतम बुद्ध की कुंडली में था यह योग

यदि जन्म कुंडली में चार या चार से अधिक ग्रह किसी भाव में एकत्र हों तो प्रबल संन्यास योग बनता है। इस योग में यदि कोई ग्रह सूर्य से अस्त न हो तथा दशमेश भी इस योग में सम्मलित हो जाए तो जातक विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक व्यक्ति हो सकता है। भगवान गौतम बुद्ध की कर्क लग्न की कुंडली में दशम भाव में पांच ग्रह संन्यास योग निर्मित कर रहे थे। आचार्य रजनीश (ओशो ) की वृषभ लग्न की कुंडली में अष्टम भाव में पांच ग्रह मिल कर संन्यास योग बना रहे थे। इन दोनों महापुरुषों की कुंडली में दशमेश भी इस संन्यास योग में सम्मिलत था।

स्वामी रामकृष्ण परमहंस की कुंडली में था यह योग

चन्द्रमा यदि शनि या मंगल के द्रेष्काण में होकर मात्र शनि से दृष्ट हो तो भी जातक संन्यासी हो सकता है। यदि चन्द्रमा शनि या मंगल के नवांश में हो कर शनि से दृष्ट हो तब भी संन्यास योग बनता है। यह योग स्वामी रामकृष्ण परमहंस की कुंडली में बन रहा था।

चंद्रमा हो यदि इस स्थिति में

कर्क, धनु या मीन लग्न में शनि लग्न, गुरु और चंद्र तीनों को अपनी दृष्टि से प्रभावित करे तो संन्यास योग बनता है। इन लग्नों में यदि गुरु नवम भाव में स्थित हो तथा शनि लग्न को देखे तो भी संन्यास योग बनता है।

श्री अरविंदो की कुंडली का योग

पंचमेश और नवमेश की युति व्यक्ति को ज्ञान मार्ग से चेतना के विकास की ओर ले कर जाती है। श्री अरविंदो की कर्क लग्न की कुंडली में पंचमेश मंगल और नवमेश गुरु की लग्न में बन रही युति ने उन्हें एक उच्च कोटि का आध्यात्मिक चिंतन और लेखक बनाया।

ऐसे जातक करते हैं गहन साधना

चन्द्रमा का राशि स्वामी यदि मात्र शनि से दृष्ट हो या वह केवल शनि को देखे तो भी संन्यास योग होता है। इस योग में यदि नवमेश और पंचमेश भी बलवान हों तो जातक गहन साधना और एकांत के लिए लालायित रहता है।

मोक्ष पाने की इच्‍छा रखते हैं ऐसे जातक

लग्न के बाहरवें घर में केतु मात्र शुभ ग्रहों, विशेषकर गुरु, से दृष्ट हों तब जातक मोक्ष पाने की इच्छा रखता है। यह योग मृत्यु के बाद जातक की आत्मा के उच्च योनियों में जाने का ज्योतिषीय संकेत है। कारकांश लग्न से बाहरवें घर में केतु यदि शुभ ग्रहों से देखा जाये तो जातक उच्च कोटि की साधना करने का इच्छुक होता है।

स्वामी प्रभुपाद जी की कुंडली थी ऐसी

सूर्य और गुरु की युति धार्मिक स्थानों में सेवा करने या पूजा स्थलों के निर्माण का एक अति महत्वपूर्ण ज्योतिषीय योग है। यह योग मकर लग्न की स्वामी प्रभुपाद जी की कुंडली में था जिन्होंने पिछली सदी में अनेक राधा-कृष्ण मंदिरों का विश्वभर में निर्माण करवाया।

ऐसा व्‍यक्ति मंत्र साधना में होता है प्रवीण

केतु और गुरु यदि कुंडली में एक साथ हों कर पंचम या नवम भाव से सम्बन्ध बनायें तो व्यक्ति मन्त्र साधना में प्रवीण होता है। इस योग में यदि जन्म लग्न या कारकांश लग्न से त्रिकोण में पाप ग्रह हों तो जातक तंत्र साधना की ओर भी जा सकता है।

धर्म त्रिकोण ले जाता है आधात्मिक उन्नति की ओर

कुंडली में धर्म त्रिकोण ( लग्न , पंचम और नवम ) तथा मोक्ष त्रिकोण ( चतुर्थ , अष्टम और द्वादश ) की स्वामियों का सम्बन्ध जातक को जीवन में आधात्मिक उन्नति की ओर ले कर जाता है। यह योग जन्म लग्न और चंद्र लग्न दोनों से देखा जाना चाहिए।

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Mar 23 2024, 08:20

आज का राशिफल, 23 मार्च 2024: जानिए राशिफल के अनुसार आप का दिन कैसा रहेगा...?

मेष राशि :

विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। व्यापार में बढ़ोत्तरी के नए अवसर मिलेंगे। तरक्की की राह पर आने वाली बाधाएं दूर होगी। जीवन के हर क्षेत्र में मनचाही सफलता मिलेगी, लेकिन कार्यस्थल पर काफी प्रतिस्पर्धा का माहौल रहेगा। कुछ जातक पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना का प्लान बना सकते हैं। साथ में मूवी का प्लान बना सकते हैं या कहीं घूमने जा सकते हैं। इसके अलावा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। हेल्दी डाइट लें। आज आपकी आध्यात्मिक कार्यों में भी रुचि बढ़ेगी। 

वृषभ राशि : 

मानसिक अशांति से मुक्ति मिलेगी। नौकरी-कारोबार में तरक्की के नए अवसर मिलेंगे। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार में विस्तार होगा। शत्रु पराजित होंगे। आज आपके सभी सपने साकार होंगे। परिजनों के सपोर्ट से धन अर्जित करने के नए मार्ग बनेंगे। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकता है। क्रोध के अतिरेक से बचें। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें और रिश्तों में धैर्य बनाए रखें। 

मिथुन राशि : 

प्रेम-संबंधों में मधुरता आएगी। व्यापार में धन लाभ के योग बनेंगे। नए लोकेशन पर बिजनेस शुरू करने का नया अवसर मिलेगा। ऑफिस में बॉस आपके कार्यों की प्रशंसा करेंगे। आय में वृद्धि के योग बनेंगे। हालांकि, परिजनों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। व्यर्थ के खर्चों से बचें। वाणी पर नियंत्रण रखें। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई के कार्यों में समय व्यतीत करना चाहिए। साथ ही रात्रि में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और ट्रैफिक के नियमों का पालन करें। 

कर्क राशि : 

आज पास्ट को भूलकर लाइफ की नए सिरे से शुरुआत करने का परफेक्ट दिन है। कुछ जातकों को प्रोफेशनल लाइफ में शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। ऑफिस मैनेजमेंट में आपकी सकारात्मक छवि बनी रहेगी। हालांकि, कार्यों का दबाव भी बढ़ेगा। सहकर्मियों के व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। ऑफिस पॉलिटिक्स से दूर रहें। पार्टनर से बहस करने से बचें। इससे रिश्तों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आज बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर मन चिंतित रह सकता है। आलस्य से दूर रहें और जंक फूड के सेवन से परहेज करें।

सिंह राशि : 

व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। कार्यस्थल पर वातावरण अनुकूल रहेगा। उच्चाधिकारियों के सपोर्ट से कार्यों की बाधाएं दूर होंगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। ऑफिस टास्क को डेडलाइन के अंतर्गत कंपलीट करने की कोशिश करें। पार्टनर के विचारों का सम्मान करें। मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के लिए रोजाना योग और मेडिटेशन करें। अपनी डाइट में प्रोटीन और न्यूट्रीशन से भरपूर फूड शामिल करें। 

कन्या राशि : 

पिता के सहयोग से कार्यों की बाधाएं दूर होंगी। आज बिजनेस से जुड़े डिसीजन बहुत सोच-समझकर लें। नौकरीपेशा वालों के प्रमोशन या अप्रेजल के चांसेस बढ़ेंगे। ऑफिस पॉलिटिक्स से दूरी बनाएं। अपनी स्किल को बेहतर बनाने की कोशिश करें। इससे करियर ग्रोथ के कई सुनहरे अवसर मिलेंगे। आज पारिवारिक जीवन में खुशियों का माहौल होगा। रिश्तों में आपसी समझ और तालमेल बेहतर होगा। परिजनों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें और उनके सुझावों को नजरअंदाज न करें। रोजाना योग और मेडिटेशन करें। इससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। 

तुला राशि : 

चुनौतियों के बावजूद व्यापारिक स्थिति सुदृढ़ होगी। धन का आवक बढ़ेगा। नौकरी-कारोबार में तरक्की करेंगे। प्रोफेशनल लाइफ में शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। आय के नए स्त्रोत बनेंगे। महत्वपूर्ण कार्य बिना किसी विघ्न-बाधा के संपन्न होंगे। सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। आज फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें और रिश्तों की गलतफहमियां दूर करने की कोशिश करें।

वृश्चिक राशि : 

प्रोफेशनल लाइफ में नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहें। आज पिता के सपोर्ट से धनार्जन के नए मार्ग खुलेंगे। ऑफिस में व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। अपनी स्किल को इंप्रूव करने की कोशिश करें। ऑफिस में टैलेंट का प्रदर्शन करने का भरपूर अवसर मिलेगा। कुछ जातकों को प्रमोशन या ट्रांसफर हो सकता है। परिजनों के हेल्थ का खास ध्यान रखें। मैरिड लाइफ में खुशनुमा माहौल रहेगा। 

धनु राशि : 

कानूनी मामलों में जीत हासिल होगी। प्रोफेशनल लाइफ में नए बदलाव आएंगे। खर्चों की अधिकता भी रहेगी। व्यापार में सफलता मिलेगा। कार्यस्थल पर सकारात्मक माहौल रहेगा। हालांकि, परिजनों से वैचारिक मतभेद संभव है। रिश्तों में प्यार और रोमांस बढ़ेगा। बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। नए परिवर्तनों को स्वीकार करने के लिए तैयार रहें। चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना करें। विद्यार्थियों को परीक्षाओं में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। 

मकर राशि : 

आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कार्यों के सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। सभी कार्य प्लान के मुताबिक सफल होंगे। ऑफिस मीटिंग में छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन सहकर्मियों के सपोर्ट से कार्यों की बाधाएं दूर होंगी। पारिवारिक जीवन में जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। कुछ जातकों को आज वायरल फीवर, गले में खराश या सर्दी-जुकाम की समस्या हो सकती है। 

कुंभ राशि : 

आज कुंभ राशि वालों को प्रॉपर्टी से जुड़े विवादों से मुक्ति मिलेगी। व्यापार में विस्तार होगा। आय में वृद्धि के योग बनेंगे। नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए शुभ समय है। आज ऑफिस में बॉस आपके कार्यों की प्रशंसा भी करेंगे। कार्यों की नई जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहें। सभी टास्क को कड़ी मेहनत और लगन के साथ कंपलीट करें। रिश्तों में चल रहे मनमुटावों को दूर करने की कोशिश करें। एक-दूसरे को सपोर्ट करें और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मोटिवेट करें। क्रोध से बचें। विद्यार्थियों को आज कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। 

मीन राशि : 

पुराने निवेशों से अच्छा रिटर्न मिलेगा। फैमिली और फ्रेंड्स के सपोर्ट से जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे। ऑफिस में कार्यों को लेकर लापरवाही न बरतें। जरूरी टास्क को पहले कंपलीट करें। कार्यस्थल पर सहकर्मियों के सहयोग से तनाव कम होगा। फैमिली इश्यूज को ज्यादा बढ़ने न दें। बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालें। यात्रा के दौरान अपनी मेडिकल किट साथ रखें। मैरिड लाइफ में प्यार और रोमांस की कमी नहीं होगी।

SanatanDharm

Mar 23 2024, 08:17

आज का पंचांग- 23 मार्च 2024: जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष त्रयोदशी - 07:17 ए एम तक

नक्षत्र

पूर्वाफाल्गुनी - पूर्ण रात्रि तक

योग

शूल - 07:35 पी एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:21 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - 5:00 PM

चन्द्रास्त - 5:53 AM

अशुभ काल

राहू - 09:24 ए एम से 10:56 ए एम

यम गण्ड - 01:59 पी एम से 03:31 पी एम

कुलिक - 06:21 ए एम से 07:53 ए एम   

दुर्मुहूर्त - 06:21 ए एम से 07:10 ए एम, 07:10 ए एम से 07:59 ए एम

वर्ज्यम् - 01:30 पी एम से 03:18 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 12:20 ए एम, मार्च 24 से 02:08 ए एम, मार्च 24

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

रवि योग- पूरे दिन

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Mar 22 2024, 09:41

आज का राशिफल,22 मार्च 2024: जानिए राशिफल के अनुसार आज कैसा रहेगा आप का दिन...?


मेष - महत्वपूर्ण कार्यां को तेजी से पूरा करने की कोशिश बनाए रखेंगे. समकक्षोंं और मित्रों से करीबी बनाए रखेंगे. कार्य व्यापार में प्रभाव रहेगा. व्यक्तिगत सफलताओं को बढ़ावा मिलेगा. विभिन्न मोर्चां पर सक्रियता बनाए रहेंगे. प्रमुख कार्य गति लेंगे. प्रियजनों से शुभ समाचार मिलेंगे. भेंट मुलाकात आगे रहेंगे. तैयारी से आगे बढ़ेंगे. कला कौशल संवरेगा. अवसरों का लाभ उठाएंगे. संकोच दूर होगा. स्वजनों के संग भ्रमण मनोरंजन पर जाएंगे. मामले लंबित रखने से बचें.

वृष - पारिवारिक संवाद में सहजता बनाए रखें. व्यक्तिगत मामलों को समय देंगे. निजी उपलब्धियों में रुचि बढ़ेगी. सफलता बढ़ाने पर जोर बना रहेगा. भौतिक विषयों पर ध्यान देंगे. प्रबंधन पर ध्यान देंगे. परिस्थितियां मिश्रित रहेंगी. लंबित कार्यां में धैर्य रखें. जल्दबाजी न दिखाएं. संबंधों में सहजता सजगता रखें. अहंकार व जिद से बचें. भावनात्मक मामलों में धैर्य बढ़ाएं. व्यक्तिगत उपलब्ध्यिं पर जोर रहेगा. सुख सुविधाओं में रुचि रहेगी. भवन वाहन के मामले बनेंगे.

मिथुन - कार्यक्षेत्र में सक्रियता बनाए रखें. साहस और पराक्रम से परिणाम पक्ष में बनाए रखेंगे. कामकाजी यात्रा संभव है. जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे. चर्चा संवाद बनाए रखेंगे. सहकारी प्रयासों से जुड़ेंगे. परिचय का लाभ मिलेगा. अनुकूलन बना रहेगा. लाभ बढ़त पर रहेगा. बंधुजनों से करीबी बनाए रखेंगे. नए लोगों से सहज रहेंगे. सामाजिक कार्यां में तेजी लाएंगे. लक्ष्य पर बनाए रखने का प्रयास रखें. शुभ सूचना मिल सकती है. संवेदनशील बने रहें. पहल का भाव रहेगा.

कर्क - रक्त संबंधियों से लगाव बढ़ेगा. अपनों का साथ और विश्वास बना रहेगा. घर परिवार में आनंद रहेगा. पारिवारिक विषयों के प्रति रुचि बढ़ाएंगे. अनुकूलता बनी रहेगी. सुखद वातावरण का लाभ उठाएंगे. मूल्यवान भेंट मिल सकती है. रिश्ते बेहतर होंगे. संग्रह संरक्षण में रुचि रहेगी. सहजता सामंजस्य रखेंगे. मेलजोल व संपर्क का दायरा बड़ा होगा. भेंटवार्ता में सहज रहेंगे. संस्कार परंपराओं को बल मिलेगा. साहसिक कार्यां में रुचि दिखाएंगे. जोखिम लेने का भाव बढ़ेगा.

सिंह - सकारात्मकता का स्तर तेजी से बढ़ेगा. अपनों से किया वादा निभाएंगे. रचनात्मक विषयो में रुचि बनी रहेगी. आधुनिक प्रयास बल पाएंगे. लाभ का प्रतिशत उूंचा रहेगा. सभी क्षेत्रों में आकर्षक प्रदर्शन करेंगे. अन्य की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे. चहुंओर शुभकार्यां की रूपरेखा बनेगी. घर परिवार में सुखद वातावरण रहेगा. सभी का मान सम्मान रखेंगे. संवेदनशीलता से काम लेंगे. अनोखी कोशिशों में आगे बने रहेंगे. वाणी व्यवहार प्रभावशाली रहेगा. कला कौशल को बल मिलेगा.

कन्या - तैयारी और सूझबूझ से योजनाएं आगे बढ़ाते रहें. कामकाजी संबंध बल पाएंगे. महत्वपूर्ण मामलों में सतर्कता बढ़ाएंगे. बजट को महत्व देंगे. दान धर्म में रुचि रहेगी. रिश्तों के प्रति सकारात्मकता रहेंगे. खर्च निवेश पर नियंत्रण बढ़ाएंगे. न्यायिक मामलों में धैर्य और विनम्रता रखेंगे. यात्रा संभव है. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे. पद प्रतिष्ठा पूर्ववत् रहेगी. सावधानी बनाए रखेंगे. नियम पालन में सहजता बढ़ाएंगे. लेन देन में स्पष्टता रखें. जोखिमपूर्ण कार्यां को करने से बचें.

तुला - करियर कारोबार में तेजी बनाए रखेंगे. विविध स्त्रोतों से आय बनी रहेगी. प्रबंधन प्रशासन के मामले बनेंगे. निजी जीवन खुशहाल रहेगा. स्थायित्व को बल मिलेगा. आत्मविश्वास से आगे बढ़ेंगे. उद्योग वाणिज्य के विषय पक्ष में बने रहेंगे. निसंकोच कामकाज आगे बढ़ाएंगे. लाभ के मामले पक्ष में बने रहेंगे. स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव रखेंगे. महत्वपूर्ण मामलों को गति देंगे. जीत का भाव रखेंगे. मित्रों का सहयोग रहेगा. संकोच का त्याग करें. मामले लंबित रखने से बचें.

वृश्चिक - कामकाज का दायरा बड़ा हो सकता है. प्रबंधन प्रशासन के प्रयास बेहतर होंगे. सत्ता संबंधी विषयों को गति देंगे. भेंटवार्ता में प्रभावशाली रहेंगे. समय प्रबंधन बनाए रखेंगे. कार्या को गति देंगे. आर्थिक सौदेबाजी में सफल होंगे. क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करेंगे. कार्य विस्तार की रूपरेखा बनाएंगे. उद्योग व्यवसाय में सकारात्मक प्रदर्शन रहेगा. कार्य व्यापार में तेजी रहेगी. व्यवस्था पर जोर रखेंगे. बजट पर ध्यान देंगे. योजना बनाकर खर्च करेंगे. कला कौशल बढ़ेगा.

धनु - भाग्य पक्ष की मजबूती से श्रेष्ठ कार्यां को गति देंगे. चहुंओर अनुकूलता और लाभ बढ़ेगा. सभी क्षेत्रों में प्रभावपूर्ण प्रदर्शन रहेगा. व्यापार को गति मिलेगी. सौदे समझौतों में सक्रियता आएगी. दीर्घकालिक योजनाओं को गति देंगे. आस्था और विश्वास बढ़ेंगे. विभिन्न मामले पक्ष में रहेंगे. बड़ों का साथ समर्थन पाएंगे. विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर करेंगे. शि़क्षा में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. धार्मिक व मनोरंजक गतिविधियां बढ़ेंगी. मेलजोल बढ़ाने पर जोर देंगे. कामकाज सुधारेंगे.

मकर - परिवार के लोगों की बातों पर गंभीरता बनाए रखें. वाणी व्यवहार में सजगता बढ़ाएं. खानपान में सहजता रहेगी. आवश्यक कार्यां की सूची बनाएं. योजनानुसार आगे बढ़ने की सोच रखें. सहज गति से आगे बढ़ते रहेंगे. नीति नियमों पर भरोसा रखें. धैर्यपूर्वक आगे बढ़ते रहेंगे. व्यवस्था और अनुशासन पर जोर रखेंगे. जिम्मेदारियों को निभाएंगे. व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास करेंगे. जोखिम के मामले टालेंगे. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहेंगे. संकोच बना रहेगा. विनम्रता रखेंगे.

कुंभ - महत्वपूर्ण कार्यां को गति देंगे. सबको साथ लेकर चलने का प्रयास बढ़ाएंगे. साझा कार्यां को सूझबूझ से गति देंगे. सभी का आदर सम्मान रखेंगे. परिवार में शुभता का संचार रहेगा. योजनाओं को मूर्तरूप देंगे. व्यवस्था बेहतर बनाएं. लक्ष्य पर फोकस बढ़ाएं. उद्योग व्यापार में प्रभावी रहेंगे. दाम्पत्य में सुख रहेगा. करीबियों का साथ सहयोग पाएंगे. मित्र मददगार होंगे. महत्वपूर्ण वार्ताओं में सहज रहेंगे. नेतृत्व क्षमता बल पाएगी. भूमि भवन के मामलों में सक्रियता रहेगी.

मीन - श्रमशीलता बनाए रहेंगे. मेहनत से बेहतर परिणाम पाएंगे. पेशेवर भेंटवार्ताएं सफल होंगी. सहकर्मियों में सामंजस्य बढ़ेगा. उद्योग व्यवसाय से जुड़े जन बेहतर करेंगे. कार्यक्षेत्र में उचित जगह बनाए रखेंगे. विपक्षियों पर अंकुश बढ़ाएंगे. आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा. पेशेवर परिणाम पाएंगे. लेनदेन पर फोकस बढ़ाएं. उधार से बचें. नौकरीपेशा अच्छा करेंगे. सूझबूझ से काम लेंगे. नीति नियमों पर अमल बढ़ाएंगे. तार्किकता और प्रबंधन पर ध्यान देंगे. संकोच बना रहेगा.

SanatanDharm

Mar 22 2024, 09:29

आज का पंचांग- 22 मार्च 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग


विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष त्रयोदशी- मार्च 22 04:44 AM- मार्च 23 07:17 AM

नक्षत्र

मघा - मार्च 22 01:27 AM- मार्च 23 04:28 AM

योग

धृति - मार्च 21 05:42 PM- मार्च 22 06:35 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:33 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - मार्च 21 3:27 PM

चन्द्रास्त - मार्च 22 4:54 AM

अशुभ काल

राहू - 10:57 ए एम से 12:28 पी एम

यम गण्ड - 03:31 पी एम से 05:02 पी एम

कुलिक - 07:54 ए एम से 09:25 ए एम

दुर्मुहूर्त - 08:49 ए एम से 09:37 ए एम, 12:52 पी एम से 01:41 पी एम

वर्ज्यम् - 02:57 पी एम से 04:45 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 01:46 ए एम, मार्च 23 से 03:34 ए एम, मार्च 23

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

रवि योग- 04:28 ए एम, मार्च 23 से 06:21 ए एम, मार्च 23

SanatanDharm

Mar 22 2024, 09:25

आज प्रदोष व्रत,यह दिन महादेव को है समर्पित,इस दिन सुख समृद्धि के लिए लोग रखते हैं ब्रत

प्रस्तुति:-विजय कुमार गोप

 हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होता है। यह दिन देवों के देव महादेव को समर्पित है। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत अधिक महत्व है। मान्यता है कि जो लोग इस शुभ दिन पर व्रत रखते हैं उन्हें सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही व्रत भी किया जाता है। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से साधक की लंबी आयु होती है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। हर महीने में 2 प्रदोष व्रत होते हैं। 

प्रदोष व्रत की तिथि

प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना संध्याकाल में करने का विधान है। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 22 मार्च को सुबह 04 बजकर 44 मिनट से होगा और इसके अगले दिन यानी 23 मार्च को सुबह 07 बजकर 17 मिनट पर तिथि का समापन होगा। ऐसे में 22 मार्च को प्रदोष व्रत किया जाएगा।

प्रदोष व्रत की पूजा विधि

प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद एक दीप प्रज्वलित करें। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल यानी गोधूलि बेला में करने का विधान है। ऐसे में इस दौरान भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें। अब महादेव को धतूरा, शमी के फूल और बिल्वपत्र समेत आदि चीजें अर्पित करें। अब आरती करें और शिव चालीसा का पाठ करें। इसके पश्चात भगवान को विशेष चीजों का भोग लगाएं। अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें।

प्रदोष व्रत के दिन न करें ये काम

प्रदोष व्रत के दिन पूजा के दौरान भगवान शिव को सिन्दूर, हल्दी, तुलसी, केतकी और नारियल का जल भूलकर भी न चढ़ाएं। ऐसा करने से भोलेनाथ रुष्ट होते हैं। प्रदोष व्रत के दिन महिलाओं को शिवलिंग स्पर्श नहीं करना चाहिए। इससे देवी पार्वती के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। इस दिन तामसिक भोजन जैसे - शराब , मांस, प्याज, लहसुन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन किसी का भी अपमान करने से बचना चाहिए। प्रदोष व्रत के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। व्रतियों को अन्न, चावल और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। प्रदोष व्रत के दिन काले वस्त्र पहनने से बचना चाहिए।

SanatanDharm

Mar 22 2024, 09:17

आज प्रदोष व्रत,यह दिन महादेव को है समर्पित,इस दिन सुख समृद्धि के लिए लोग रखते हैं ब्रत

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SanatanDharm

Mar 21 2024, 09:16

आज का पञ्चाङ्ग ,दिनांक - 21 मार्च 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

दिन - गुरूवार

विक्रम संवत - 2080

शक संवत -1945

अयन - उत्तरायण

ऋतु - वसंत ॠतु

मास - फाल्गुन

पक्ष - शुक्ल

तिथि - द्वादशी 22 मार्च प्रातः 04:44 तक तत्पश्चात त्रयोदशी

नक्षत्र - अश्लेशा 22 मार्च रात्रि 01:27 तक तत्पश्चात मघा

योग - सुकर्मा शाम 05:42 तक तत्पश्चात धृति

राहुकाल - दोपहर 02:17 से शाम 03:48 तक

सूर्योदय-05:48

सूर्यास्त- 05:57

दिशाशूल - दक्षिण दिशा में

व्रत पर्व विवरण - श्री गोविन्द द्वादशी

विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

   वैदिक पंचांग

       प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 22 मार्च, शुक्रवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…

ऐसे करें व्रत व पूजा

प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।

 इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।*

 पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।

 भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।

भगवान शिवजी की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।

 ये उपाय करें

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।

        

ऋतु-परिवर्तन के 10-20 दिनों में नीम के 15 से 20 कोमल पत्तों के साथ 2 काली मिर्च चबाकर खाने से वर्ष भर आरोग्य दृढ़ रहता है। बिना नमक का भोजन 15 दिन लेने वाले की आयु और प्रसन्नता में बढ़ोतरी होती है।

होली के बाद खजूर खाना मना है।

बाजारू केमिकलों से युक्त रंगों के बदले पलाश के फूलों के रंग से अथवा अन्य प्राकृतिक रंगों से होली खेलनी चाहिए। इससे सप्तरंगों व सप्तधातुओं का संतुलन बना रहता है।

अन्य कुछ प्राकृतिक रंगः मेंहदी पाऊडर के साथ आँवले का पाऊडर मिलाने से भूरा रंग। चार चम्मच बेसन में दो चम्मच हल्दी पाऊडर मिलाने से अच्छा पीला रंग बनता है। बेसन के स्थान पर आटा, मैदा, चावल का आटा, आरारोट या मुलतानी मिट्टी का भी उपयोग किया जा सकता है।

दो चम्मच हल्दी पाउडर दो लीटर पानी में डालकर अच्छी तरह उबालने से गहरा पीला रंग प्राप्त होता है।

आँवला चूर्ण लोहे के बर्तन में रात भर भिगोने से काला रंग तैयार होता है।